दृष्टिकोण

स्तंभकार-लेखक गोपाल जालान की पुस्तक "दृष्टिकोण' दूसरी हिंदी पुस्तक है। वर्ष 2017 में गुवाहाटी के विशाल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का मूल्य 170 रुपए हैं। इस पुस्तक में कुल 84 निबंधों को शामिल किया गया है। समसामयिक जीवन से जुड़े संबंधित विभिन्न विषयों पर लेखक ने अपनी कलम चलाई है। लेखक ने इस पुस्तक में दैनिक जीवन से संबंधित मसले, समस्याएं, विभिन्न व्यक्ति-संगठन, धर्म-पर्व-त्यौहार, मानवीय मूल्यों से जुड़े विषयों पर लिखा है। लेखक की रचनाओं का विषय सिर्फ असम अथवा भारत तक ही सिमित नहीं है, विश्व की विभिन्न सामयिक प्रसंगों को भी लेखक की कलम ने स्पर्श किया है। धर्म, भाषा, संस्कृति में बिना कोई भेदभाव किए उत्सव-आयोजन के जरिए सद्‌भावना की डोर को मजबूत किया जा सकता है, लेखक ने अपने कई लेख में इस बात का भी जिक्र किया है।

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